अरुणाचल में कांग्रेस को एकमात्र सीट से किसने दिलाई जीत? जानें कुमार वाई का सियासी सफरनामा

ईटानगर:  अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ विजय अभियान जारी रखा। राज्य की कुल 60 सीटों में से 46 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। इसके अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने पांच, कांग्रेस ने एक सीट जीत दर्ज की। अन्य के खाते में आठ सीटें आईं। कांग्रेस ने जिस एकमात्र सीट पर जीत हासिल की है, वह बामेंग विधानसभा सीट है। राज्य के पूर्व गृहमंत्री कुमार वाई को इस विधानसभा क्षेत्र से जीत मिली। उन्होंने 635 वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी दोबा लामिनो से हराया। आइए आपको बताते हैं कि आखिर कुमार वाई कौन हैं?

लगातार तीन चुनावों में बामेंग विधानसभा क्षेत्र से जीते
52 वर्षीय कुमार वाई मूल रूप से पूर्वी कमांग जिले के वाई गांव के रहने वाले हैं। कुमार वाई ने 2004, 2009 और 2014 में बामेंग विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते। हालांकि इसके बाद राज्य की राजनीति में उथल-पुथल हुई और वाई ने भाजपा का दामन थाम लिया। उन्हें तत्कालीन पेमा खांडू सरकार में गृहमंत्री का पद सौंपा गया। हालांकि, इसके ठीक दो साल बाद यानी 2019 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य की राजनीति में हलचल मच गई। कुमार वाई ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का दामन थाम लिया। इस दौरान भाजपा के दो मंत्रियों और 12 विधायकों सहित कुल 15 नेताओं ने एक साथ पार्टी छोड़ी और एनपीपी में शामिल हो गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में कुमार वाई एनपीपी के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन, भाजपा प्रत्याशी गोरुक पोर्डुंग से हार गए थे।

2023 में दोबारा कांग्रेस में शामिल हुए
वर्ष 2023 में कुमार वाई की एक बार फिर से कांग्रेस में वापसी हुई। कांग्रेस में शामिल होते ही कुमार वाई ने अरुणाचल की पेमा खांडू सरकार और भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश में यूएपीए की शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। इस बार यानी 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बामेंग विधानसभा क्षेत्र से फिर ताल ठोकी और भाजपा प्रत्याशी दोबा लामिनो को 635 वोटों के अंतर से हराया।

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