‘हर मंडल, हर बस्ती में हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे’; संघ ने घर-घर संपर्क की भी योजना बनाई

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की दिल्ली में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में देश की सुरक्षा के साथ-साथ मणिपुर के हालात पर भी चर्चा की गई है। मणिपुर में हालात काफी बेहतर हुए हैं, हालांकि इसे पूरी तरह से स्थिति सामान्य होने में कुछ समय लग सकता है। संघ का मानना है कि देश हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास हासिल कर रहा है। हालांकि, इस विकास को हर दृष्टि से सर्व समावेशी बनाने के लिए संघ काम करेगा। इसके लिए हर मंडल और हर बस्ती में हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। 11360 से अधिक सामाजिक सद्भाव बैठकों को आयोजित करने का निर्णय किया गया है। इस बार विजयादशमी को संघ के ड्रेस कोड में स्वयंसेवक पहुंचेंगे और लोगों से संपर्क स्थापित करेंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि समाज को सुदृढ करने के लिए घर-घर संपर्क करने की संघ की योजना है। संघ के सभी संगठनात्मक 924 जिलों में राष्ट्र और हिंदुत्व के महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा कराई जाएगी। संघ ने हर समाज और हर वर्ग के लोगों तक पहुंचने की योजना बनाई है। इनके माध्यम से हिन्दू समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने की योजना है।
संघ ने अपनी इस बैठक में माना है कि देश हर दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसमें देश-विदेश, शिक्षा, व्यापार और आर्थिक क्षेत्र शामिल है। लेकिन इसके साथ साथ संघ पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को मजबूत बनाने के लिए काम करेगा। इसका उद्देश्य समाज को हर क्षेत्र में भागीदार बनाने और समाज को सर्व समावेशी बनाना है। पंच परिवर्तन के द्वारा देश-समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की भी योजना है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल से जून के बीच आयोजित प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुए हैं। 40 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए आयोजित संघ शिक्षा वर्ग में 17609 लोगों ने प्रशिक्षण हासिल किया। 8812 स्थानों से आये शिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। 40 से 60 वर्ष की आयु के 4270 लोगों ने संघ शिक्षा वर्ग में हिस्सा लिया है। इसमें पढ़े-लिखे वर्ग और किसान-श्रमिक तक सभी शामिल हुए।