बार्सिलोना में टूटा 100 साल पुराना रिकॉर्ड, हीटवेव की चपेट में आया यूरोप; रेड अलर्ट जारी

पेरिस: यूरोप इस समय जबरदस्त हीटवेव से जूझ रहा है। स्पेन के बार्सिलोना में जून महीने में अब तक का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। बार्सिलोना आमतौर पर भीषण गर्मी से बचा रहता है. हालांकि इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की चपेट में आ गया। यूरोप के कई देशों में भीषण गर्मी के चलते स्कूल बंद हो रहे हैं और लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है।
स्पेन की राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, बार्सिलोना में जून 2025 अब तक का सबसे गर्म जून साबित हुआ है। कैन फाबरा वेधशाला में इस बार औसत तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 100 वर्षों में सबसे अधिक है। इससे पहले जून 2003 में 25.6 डिग्री सेल्सियस औसत तापमान था। 30 जून को बार्सिलोना में एक दिन का तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
फ्रांस और यूरोप की बढ़ती गर्मी
फ्रांस सहित पूरे यूरोप में भी भीषण गर्मी का असर दिख रहा है। फ्रांस के मौसम विभाग ने पेरिस समेत कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पेरिस में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। भीषण गर्मी के कारण फ्रांस में 1,300 से ज्यादा स्कूल आंशिक या पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। गर्मी की वजह से एफिल टावर का ऊपरी हिस्सा भी गुरुवार तक बंद कर दिया गया है।
इटली-बेल्जियम भी हीटवेव की चपेट में
इटली के 27 बड़े शहरों में से 17 शहरों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। बेल्जियम और नीदरलैंड्स में भी तापमान सामान्य से काफी ज्यादा बना हुआ है। वहीं पुर्तगाल में कुछ इलाकों में तापमान थोड़ा कम हुआ है लेकिन आंतरिक हिस्सों में अब भी 43 डिग्री तक गर्मी दर्ज की जा रही है।
जंगलों में आग का खतरा बढ़ा
फ्रांस के मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि लगातार गर्मी और जून में बारिश की कमी के कारण जमीन पूरी तरह से सूख गई है, जिससे जंगलों में आग लगने का खतरा काफी बढ़ गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो 2100 तक फ्रांस हर साल 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान का सामना करेगा और हर साल भीषण हीटवेव देखने को मिलेगी।