राज-उद्धव ठाकरे को एक-दूसरे से बात करनी चाहिए, मीडिया में बातचीत से गठबंधन नहीं होगा

मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नेता और राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरने के बृहस्पतिवार को कहा कि मीडिया में बात करने से गठबंधन नहीं होता है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे को गठबंधन की किसी भी संभावना के लिए एक दूसरे से बात करनी चाहिए।
अमित ठाकरे ने ने संवाददाताओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि दो भाइयों को बात करनी चाहिए। दोनों के अलावा इस मुद्दे पर बात करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुझे दोनों भाइयों के साथ आने से कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने 2014 और 2017 में भी गठबंधन का ऐसा प्रयास देखा है, लेकिन बात नहीं बनी।
दोनों के पास एक-दूसरे के मोबाइल नंबर
अमित ठाकरे ने आगे कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी राज ठाकरे ने सीएम रहते हुए उद्धव ठाकरे को समर्थन दिया था। अगर उद्धव चाहें तो फोन कर सकते हैं। उनके पास एक-दूसरे के मोबाइल नंबर हैं। वे एक-दूसरे से बात कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में बात करने से गठबंधन नहीं होता है।
आदित्य ठाकरे के बयान के बाद आई अमित की टिप्पणी
अमित ठाकरे ने यह टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे के उस बयान के बाद की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कोई महाराष्ट्र के हितों की रक्षा के लिए साथ आना चाहता है, तो ‘हम उन्हें भी साथ लेकर चलेंगे।’ उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि इस मामले में उनकी पार्टी की मंशा बिल्कुल साफ है।